रूस यूक्रेन युद्ध के हालात अब थोड़े नरम होते नजर आ रहे है जिसके कारण प्रोडक्ट्स के ट्रांसपोर्टेशन की भी स्थिति सुधरी है। जिससे पॉलिएस्टर के रॉ मैटेरियल्स के भाव घटने से प्रति किलो 5 रुपए घटे है।
टेक्सटाइल उद्योग सूत्रों के अनुसार, सूरत में कपड़ा उद्योग कोरोना की तीसरी लहर के बाद धीरे-धीरे ठीक हो रहा है, जिसके कारण सूरत से देश के विभिन्न राज्यों में जाते कपड़ा पार्सल की संख्या में वृद्धि हुई है। आज से दस दिन पहले बमुश्किल 120 ट्रक टेक्सटाइल पार्सल ले जा रहे थे। लेकिन अब पार्सल 225 ट्रकों में जा रहे हैं। लेकिन इस बीच, यूक्रेन और रूस में युद्ध की स्थिति ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत को बढ़ा दिया गया।

पॉलिएस्टर यार्न के लिए कच्चा माल क्रूड ऑइल से प्राप्त होता है, जिससे यार्न की कीमत में भारी वृद्धि हुई। पिछले तीन दिनों में क्रूड ऑइल की कीमतों में फिर से गिरावट आने से पॉलिएस्टर कच्चे माल की कीमत में कमी आई है। नतीजतन, पॉलिएस्टर यार्न की कीमत 5 रुपये तक कम हो गई है। जिसका फायदा सूरत के वीवर्स को मिलेगा। क्योंकि सूरत में हर महीने 1200 टन पॉलिएस्टर यार्न का इस्तेमाल होता है।
यार्न डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल दलाल कहते हैं, “पॉलिएस्टर यार्न के कच्चे माल की कीमतों में कमी आई है, इसलिए यार्न की कीमत में 5 रूपए जितनी कमी आई है। यार्न की कीमतों में कटौती से वीवर्स का थोड़ा बोझ कम होगा।” पॉलिएस्टर यार्न का रॉ मैटेरियल्स क्रूड ऑइल में से निकलता है जिसके कारण यार के भाव में वृद्धि हुई थी।