रूस यूक्रेन के बीच युद्ध अब भी जरी है। युद्ध के कारण विश्व भर की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना शुरू हो गया है। कई चीजें महंगी भी होने लगी है। सोने चांदी के साथ क्रूड ओइल के भाव में भी वृद्धि हुई है। जिसके कारण पेट्रोल डीजल के दामों में भी वृद्धि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ गुजरात में पेट्रोल डीजल के दाम में वृद्धि के डर से लोग अब जरुरत से अधिक पेट्रोल डीजल खरीद रहे है। जिससे पेट्रोल डीजल पंप में सप्लाई की कमी भी नजर आने लगी है।
रूस यूक्रेन युद्ध के बीच कई चीजों के दाम आसमान छू रहे है। क्रूड ओइल के भाव वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक 120 डॉलर प्रति डॉलर से अधिक हो चूका है। जिसके कारण देश में पेट्रोल डीजल के भाव बढ़ने की पूरी संभावना है। इसी दौरान गुजरात के कई इलाकों में लोग भाव वृद्धि के डर से अभी से ही पेट्रोल डीजल को संग्रह कर रहे है। जिससे पेट्रोल डीजल की बिक्री में उछाल भी देखने को मिली है। साथ ही सप्लाई में भी थोड़ी कमी नजर आई है।

साउथ गुजरात पेट्रोल एसोसिएशन के प्रेसीडेंट बचु देसाई ने बताया कि लोग अब भाव वृद्धि के डर से जरुरत से अधिक पेट्रोल की खरीदी कर रहे है। जिसके कारण पेट्रोल में 15% सेल बढ़ा है। साथ ही ये भी तय है की आने वाले समय में पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि होगी। पर हमारी सरकार से यही मांग है की दामों में एक साथ ही वृद्धि न की जाए बल्कि धीमे धीमे 1 रुपया या 50 पैसे की वृद्धि की जाए जिससे ग्राहकों पर भी भार कम हो और साथ ही हमे भी नुकसान न हो।
वहीं फेडरेशन ऑफ गुजरात पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द ठक्कर ने बताया कि रोजाना जो लोग टंकी फूल नहीं कराते थे अब वही लोग टंकी फूल करा रहे है। जिससे पेट्रोल की भारी डिमांड पैदा हो गई है। इसी कारण पेट्रोल की बिक्री में अचानक वृद्धि देखने को मिली है। अब आने वाले समय में पट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि होगी या नहीं और कितनी होगी ये सब सरकार पर निर्भर है।