गुजरात में बिजली की आपूर्ति कम होने के कारण गुजरात सरकार की बिजली कंपनियों ने गुजरात के अलग-अलग जिलों में सप्ताह में एक दिन बिजली कटौती का ऐलान किया है. जिसमें रविवार को सूरत की औद्योगिक इकाइयों में बिजली कटौती की गई है. गुजरात एनर्जी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने भी इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है।

सूरत में सचिन GIDC, पांडेसरा GIDC, कतारगाम GIDC, अंजनी इंडस्ट्रियल, पिपोदरा GIDCऔर कई अन्य क्षेत्रों में अलग-अलग शिफ्ट में 24 घंटे काम होता है। लेकिन रविवार को सूरत इकाइयों में बिजली कटौती से सूरत के उद्योगपतियों को करोड़ों रुपये का नुकसान होगा. बिजली कटौती से सूरत एक महीने में 15 करोड़ मीटर कम कपड़ा उत्पादन करेगा।
सरकार कोई दूसरा उपाय खोजे: वीवर्स
फोगवा के अध्यक्ष अशोक जीरावाला ने बताया कि वीविंग इकाइयाँ, प्रोसेसिंग प्रिंटिंग मिलें, यार्न टेक्सचराइज़िंग इकाइयाँ, कढ़ाई इकाइयाँ, निट्टिंग, वर्फ निट्टिंग , सर्कुलर इकाइयाँ 24 घंटे चलती हैं जिसकी वजह से उनपर सब से अधिक असर होगा। 1 दिन बिजली कटौती से करोड़ों का नुकसान उद्योग को होने की संभावना है। 1 दिन बिजली कटौती से कारीगरों को पगार तो देना ही पड़ेगा उसका भी भार उद्योगकारों पर आ गिरेगा। हमारी मांग है की सरकार इसका कोई दूसरा उपाय खोजे।