सूरत कपड़ा बाजार में महँगाई ने अपना पैर फैलाना शुरू कर दिया है। पहले प्रोसेस चार्ज में वृद्धि फिर ट्रांसपोर्टेशन चार्ज में वृद्धि अब पार्सल ढुलाई के चार्ज में भी वृद्धि की जा रही है। ईंधन के दामों में वृद्धि से मजदूरों को हो रहे नुकसान के चलते यूनियन ने पार्सल ढुलाई शुल्क में 20 रुपये प्रति पार्सल वृद्धि का निर्णय लिया हैं। जिससे फिर व्यापारियों पर बोझ बढ़ेगा।
सूरत कपडा बाजार में तेज़ी का माहौल शुरू हुआ नहीं की महँगाई ने अपनी तंग बीच में अड़ाना शुरू कर दिया। प्रोसेस चार्ज और ट्रांसपोर्टेशन चार्ज के बाद अब पार्सल ढुलाई के चार्ज में 20 रूपए प्रति पार्सल की वृद्धि की जा रही है। सूरत जिला टेक्सटाइल मार्केटिंग ट्रांसपोर्ट लेबर यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा व प्रवक्ता शान खान ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ईंधन की कीमतों में भारी वृद्धि हुई हैं। इसके अलावा 99% ट्रांसपोर्ट शहर से दूर कड़ोदरा व बारडोली रॉड पर चले गए हैं जिसके चलते पुरानी दरों में पार्सल ढुलाई का कार्य करना संभव नहीं हैं।

अतः यूनियन के पदाधिकारियो की एक बैठक गुरुवार को सम्पन्न हुई थी जिसमे सर्वसहमति से पार्सल ढुलाई शुल्क में प्रति पार्सल 20 रुपये की वृद्धि करने का निर्णय लिया गया हैं। इस संबंध में हम फोस्टा व विभिन्न मार्केटों के प्रबंधन व कमिटियों को पत्र भेजकर शुल्क वृद्धि करने की मांग करेंगे।जिस मार्केट द्वारा शुल्क वृद्धि को स्वीकार नहीं किया जाएगा उस मार्केट में स्वेच्छिक हड़ताल का मार्ग अपनाया जाएगा।
इस बैठक में यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा, प्रवक्ता शान खान, देवप्रकाश पांडे, गिरजाशंकर पांडे, पवन तिवारी, डब्बू शुक्ला, परशुराम शुक्ला, विमल पांडे, समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे थे।