उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद किसानों और अधिकारियों के बीच छः दौर कि बातचीत के बाद सहमति बन पाई। योगी सरकार ने हिंसा में मारे गए चार किसानों के परिजनों को 45 लाख रुपए तथा घायलों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। साथ ही मृतक परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई घटना के बाद राजनीति गरमा गई है। प्रियंका खीमपुर जाते समय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें सीतापुर के गेस्ट हाउस में रखा गया है। यहां प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस के कमरे में झाड़ू लगाकर विरोध जताया।

लखनऊ में लखीमपुर जाने से रोकने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। अखिलेश ने कहा कि किसानों पर अंग्रेजों के शासन से भी ज्यादा जुल्म भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे और किसानों को 2-2 करोड़ का आर्थिक सहायता देने की भी मांग की।
वहीं पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू चंडीगढ़ में राजभवन के सामने धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ पंजाब कांग्रेस के कई विधायक और पंजाब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर ढिल्लों भी मौजूद हैं। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा जब ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं तो कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होता है। अदालत ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी दावा तो करते हैं कि उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण है, लेकिन जब वहां हिंसा होती है तो कोई जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं होते हैं।