दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष हिमांशु बोडावाला, जो दुबई में इंडियन टेक्सटाइल एक्सपो में भाग लेने के बाद लौटे, उन्होंने बताया कि अब ये धारणा दूर हो गई है की सूरत का कपड़ा विश्व स्तर का नहीं है। दुबई में बिकता कपडा और सूरत में बनते कपड़ो में कोई अंतर नहीं है। दुबई से 90 देशो म इ कपड़ो का निर्यात होता है। अगर सूरतवासी भी इस दिशा में नजर दौड़ाए तो उनके लिए एक बहुत बड़ा अवसर है जिसमे सूरत में मिलते रकम का तीन गुना उन्हें आराम से मिल जाएगा।
दुबई में होटल रॉयल क्राउन प्लाजा में चल रहे इंडियन टेक्सटाइल शो में, भारत के कई व्यापारियों और निर्माताओं ने कपड़ों और कपड़ों के प्रदर्शन के लिए अपने स्वयं के स्टॉल लगाए हैं। जिसमें सूरत के 25 कपड़ा विक्रेता और कपड़ा निर्माता हैं। प्रदर्शनी में दक्षिणी गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों के रूप में अध्यक्ष आशीष गुजराती और उपाध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने भाग लिया।

हिमांशु बोडावाला ने कहा कि दुबई में बिकने वाले कपड़े और सूरत में बने कपड़ो को देख कर लगा की सूरत में बने कपड़ो की क्वालिटी ज्यादा बेहतर है। और सूरत में उन कपड़ो के भाव दुबई के मुकाबले कम है। इसलिए अब सूरत के व्यापारियों को दुबई कपडा बाजार में माल बचने के पीछे नजर दौड़ानी चाहिए। अब ये धारणा दूर हो गई है की सूरत का कपड़ा विश्व स्तर का नहीं है। दुबई में बिकता कपडा और सूरत में बनते कपड़ो में कोई अंतर नहीं है। दुबई से 90 देशों में कपड़ों का निर्यात होता है। अगर सूरतवासी भी इस दिशा में नजर दौड़ाए तो उनके लिए एक बहुत बड़ा अवसर है।
दुबई में आयोजित इंडियन टेक्सटाइल्स एक्सपो से लौटते हुए चैंबर के उपाध्यक्ष हिमांशु बोडावाला ने कहा कि अगर सूरत में कपड़ा विक्रेता समय पर डिलीवरी कर सकते हैं, तो दुबई अपने कपड़ा या परिधान की बिक्री के लिए दुनिया का गेटवे बन सकता है। सूरत में बने कपड़े में कोई खराबी नहीं है और न ही कीमत में कोई अंतर है। अब जरूरत सिर्फ दुबई के खरीदारों और सूरत के कपड़ा व्यापारियों के बीच ब्रिज बनाने की है।

चैम्बर के वाईस प्रेसीडेंट हिमांशु बोड़वाला ने बताया कि वहां जाने के बाद मैंने कपड़ों को ध्यान से चेक किया, उसकी क्वालिटी पारखी जिससे ये तय है की दुबई के कपड़ों में और यहाँ बने कपड़ों में कोई अंतर नहीं है। सूरत में जो कपड़े बनते है वैसे ही कपड़े दुबई में बिकते है बस दुबई में बिकते कपड़े चीन से बनकर आते है क्यूंकि सूरत के कारोबारी दुबई के बाजार से परिचित नहीं है। पर चैम्बर अब इस दिशा में भी आगे बढ़ रहा है और सूरत वासियों के लिए दुबई के बाजार में किस तरह से व्यापार करें इस पर काम शुरू हो चूका है।