गुजरात में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने हेतु सब्सिडी योजना शुरू की है। राज्य सरकार ने इस साल जनवरी से दोपहिया वाहनों के लिए 20 हजार और कारों के लिए 1.50 लाख रुपए तक की सब्सिडी देने का फैसला किया है। इस घोषणा के बाद सूरत में 2005 इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए 4 करोड़ 35 लाख रुपए की सब्सिडी सूरत आरटीओ से मंजूर की गई है। जिससे सूरत राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में नंबर १ पर आ गया है।
सूरत डायमंड सिटी ने फिर एक नई उपलब्धि हासिल कर ली है। एक जुलाई 2021 से लेकर 28 फरवरी तक सूरत में कुल 3000 इलेक्ट्रिक वाहन की बिक्री हुई है। इसमें सबसे ज्यादा दोपहिया वाहन शामिल हैं। हालांकि इसमें सभी वाहन सब्सिडी के पात्र नहीं हैं। वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों के रजिस्ट्रेशन में सूरत प्रदेश में पहले स्थान पर है। जबकि इसीे दौरान अहमदाबाद में 1600, राजकोट में 800 और वडोदरा में 670 इलेक्ट्रिक वाहन ही बिके।

सरकार ने सरकारी सब्सिडी प्राप्त करने पर कुछ गाइडलाइन तय किए हैं। इसमें डेढ़ लाख तक के इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन में मालिक सब्सिडी के पात्र होंगे। जबकि थ्री व्हीलर में 5 लाख रुपए तक की कीमत और फोर व्हीलर के लिए यह सीमा 15 लाख रुपए तक ही है। 15 लाख रुपए से अधिक कीमत के वाहन सब्सिडी के पात्र नहीं होंगे। दूसरी तरफ वाहन मालिकों द्वारा वाहन खरीदने के बाद सब्सिडी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना आवश्यक है। वाहन मालिक या डीलर को खुद सब्सिडी के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
गौरतलब है कि अब तक ऑनलाइन अर्जी करने वाले 2005 वाहनों के लिए कुल 4 करोड़ 35 लाख रुपए की सब्सिडी सूरत आरटीओ से मंजूर की गई है। 2005 वाहनों में 1,963 दोपहिया, 8 थ्री व्हीलर और 34 चारपहिया वाहन शामिल हैं। आरटीओ के सूत्रों के अनुसार अब तक सब्सिडी के सभी आवेदन निपटाए जा चुके हैं। जबकि जिन वाहनों पर सब्सिडी लंबित है उनका ऑनलाइन पंजीकरण सरकारी पोर्टल पर नहीं हुआ है, या हो सकता है कि उन्होंने सब्सिडी के लिए आवेदन न किया हो।