नई आईटी पॉलिसी जारी होने के बाद अब सूरत टेक्सटाइल और डायमंड हब के बाद आईटी सेक्टर में भी अग्रणी बनने की तैयारियों में लग चुका है। नई आईटी पॉलिसी के तहत डेवलपर द्वारा आईटी के लिए विशेष 3 परियोजना में शहर 5 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में 600 कार्यालय बनने जा रही है।
शहर में आईटी क्षेत्र के तेजी से विकास के लिए प्रथम चरण 3 परियोजना में 5 लाख वर्ग फुट के 600 से अधिक कार्यालयों का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा इसी तरह की 6 परियोजनाएं अभी भी निम्न स्तर पर तैयार की जा रही है । सूरत में भी बड़ी संख्या में आउटसोर्सिंग कंपनियां हैं, खासकर बैंक के सॉफ्टवेयर बनाने के लिए, सूरत में फ़ूड प्रोडक्शन कंपनियों के सॉफ्टवेयर का काम किया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक, सूरत में आउटसोर्सिंग का काम सालाना 4,000 करोड़ रुपये का है।
वहीं, कई विदेशी कंपनियां सूरत को भरी मात्रा में आउटसोर्सिंग का काम सांप रही है । इस संबंध में शहर के ‘प्रगति’ बिल्डर जयेश जोगाणी कहते हैं, ”हमने आईटी नीति के तहत सरकार से हर तरह की अनुमति ली है. नतीजतन, शहर में बढ़ते आईटी क्षेत्र को सरकारी लाभ और तेजी से विकास मिलता है। हमारी एक आईटी पार्क परियोजना पूरी हो चुकी है। अब हम एक और प्रोजेक्ट की तैयारी कर रहे हैं।’

इंटरनेशनल थीम पर रिसर्च कर बनाई जाएंगी बिल्डिंग, कर्मचारियों की सुविधाओं का रखा जाएगा पूरा ख्याल
शहर में विकासशील आईटी भवन बुनियादी ढांचे से लेकर अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। विशेष रूप से कर्मचारियों के बेहतर प्रदर्शन के लिए कार्यस्थल पर गेमिंग जोन, रेस्टोरेंट जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सूरत में अंतरराष्ट्रीय स्तर के आईटी भवन बनाने के लिए शोध किया जा रहा है। सूरत के डेवलपर्स अहमदाबाद, बेंगलुरु, हैदराबाद, गिफ्ट सिटी में कार्यालयों पर शोध और डिजाइन कर रहे हैं।
कॉरपोरेट माहौल बनाने के लिए छत पर अत्याधुनिक कैंटीन बनाई जा रही है। जिसमें रेस्टोरेंट, गेमिंग जोन, कैफेटेरिया, बैठने की जगह शामिल है। टैरेस आदि को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि आईटी पार्क में काम करने वाले आसानी से इनका इस्तेमाल कर सकें। वर्तमान में शहर में आईटी सेक्टर के लिए तैयार किए जा रहे भवन भी किसी कंपनी के लिए बैठक करने या फिल्म देखने के लिए कॉमन कॉन्फ्रेंस रूम तैयार कर रहे हैं।
आईटी में रचनात्मक कार्य की लगातार मांग के साथ सापेक्ष तनाव भी है, इसलिए प्रत्येक कार्यालय में अलग-अलग बालकनियां बनाई गई हैं ताकि कर्मचारी को कार्यालय में घर जैसा माहौल मिल सके।