बड़े बड़े गोडाउन स्टोर रूम, सर्वर रूम, फैक्ट्रीज की कई समस्याओं में से एक ऐसी समस्या है जिसे जानकर हर गरीब और मध्यम वर्ग का इंसान खुदको इससे जोड़ सकता है। इन सभी बड़े गोदामों में और गरीब एवं माध्यम वर्ग के घरों में एक ही समानता है वो है चूहों की समस्या। चूहों की समस्या से हर वर्ग पीड़ित है। गरीब एवं माध्यम वर्ग का इस समस्या से ज्यादा नुकसान नहीं होता है पर बड़ी फैक्टरियों को इससे अछा खासा नुकसान झेलना पड़ता है। पर अब इस समस्या का स्थायी समाधान सूरत के एक स्टार्टअप ने कर दिया है।

श्याम इनोवेशन के भरत परमार ने इस रैट रेपेलेंट सिस्टम का ईजाद किया है जिससे चूहों की समस्या का पूर्ण रूप से समाधान होता है। दरअसल ये रैट रेपेलेंट सिस्टम 300 अलग अलग फ्रीक्वेंसी पर साउंड प्रोडूस करती ही जिससे चूहे खिजाते है और भाग जाते है। इन अलग अलग फ्रेक्वेंसी की वजह से चूहे इस साउंड से एडिक्टेड भी नहीं होते है और इस समस्या का समूर्ण निवारण हो जाता है।
भरत परमार ने अपने स्टार्टअप के बारे में बताते हुए कहा की मैंने एक बार एक इंडस्टी की मुलाकात की थी जहाँ चूहों की एक बड़ी समस्या थी जिसके बाद मुझे ये प्रोडक्ट बनाने का आईडिया आया। फिर इस पर रिसर्च की और ये प्रोडक्ट का निर्माण किया जिसकी खासियत ये है की ये 300 अलग अलग फ्रीक्वेंसी निकालता है जिससे चूहे इससे एडिक्टेड नहीं होते और दोबारा नहीं आते। इसके बाद हम मंकी रेपेलेंट मशीन, पिग रेपेलेंट मशीन जैसे सिस्टम बनाने वाले है। इसकी फ्रेक्वेंसी 20KHz से लेकर 75KHz तक आती है। इसकी कीमत 7500 रूपए से लेकर 9000 रूपए तक है।