देश को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने का सपना देश के प्रधानमंत्री मोदी ने देखा है जिसको पूरा करने में सभी उद्योग जुटे हुए हैं । पर कई समस्याओं के बीच एक बड़ी समस्या सामने है वो है व्यापार में सरलीकरण। देश में 2.5 करोड़ MSME है जो इम्पोर्ट एक्सपोर्ट करते है। 5 ट्रिलियन इकॉनमी करने के लिए एक्सपोर्ट का 1 ट्रिलियन टारगेट है। पर देश में एक्सपोर्ट इम्पोर्ट का डिजिटलाइज़ेशन बहुत ख़राब है। एक्सपोर्ट इम्पोर्ट के प्रोसेस में आज भी सरलीकरण नहीं होने से कई MSME को दिक्कतें झेलनी पड़ती है।

इस समस्या का समाधान सूरत के एक स्टार्टअप ने कर दिया है। Trezix सॉफ्टवेयर की मदद से सभी इम्पोर्ट एक्सपोर्ट से जुड़े काम आप आसानी से कर पाएंगे। ये सॉफ्टवेयर आपको प्रोडक्ट के डिस्पैचिंग से लेकर डिलीवरी तक सभी तरह की अस्सिस्टेंस प्रोवाइड कराती है। जिससे छोटे व्यवपारो एवं बड़े MSME को इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के लिए एक प्रॉपर प्लेटफार्म मिल जाता है जहाँ से वे एक सेंट्रलाइज़्ड तरीके से अपने व्यापार को आगे बढ़ा सके।

Trezix के सीईओ हरेश कलकत्तावाला ने बताया कि, Trezix मेरी और मेरे पार्टनर्स के कुल 100 साल के अनुभव का नतीजा है। I create ने हमे 50 लाख का फंड दिया था। साथ ही अभी एक बड़े इन्वेस्टर ने हमे 1 बिलियन फंड देने की बात कही है, जो कि सूरत जैसे स्टार्टअप के लिए काफी बड़ी बात है। साथ ही इंडस्ट्री ने हमारे आईडिया को वैलिडेट किया है। जिसकी वजह से हम इस स्टार्ट अप को लेकर आत्मविश्वासी है । हमने 19 कस्टमर को ट्रायल के लिए तैयार किया जो की सफल रहा। बात अगर साउथ ईस्ट एशिया की कम्पनी की करे तो वहाँ की भी यही समस्या है। कोरोना पूर्व ग्लोबल ट्रेड 27 ट्रिलियन का था। और अब आने वाले 2-3 सालों के अवधि में 100 ट्रीलियन ट्रेड होने का अनुमान है। भारत की बात करें तो हमारा टारगेट 1 ट्रिलियन का है। जिसे साकार करने में इम्पोर्ट एक्सपोर्ट एक बहुत अहम रोल निभाएगा।

हरेश ने आगे बताया कि, फिलहाल हमारे पास ट्रायल पर 19 कस्टमर है। इसकी सॉफ्टवेयर की कीमत MSME को प्रति माह एक मॉडल पर 4 से 5 हजार रूपए है और अगर प्रीमियम में जाना है तो उसकी कीमत प्रति माह 8 से 10 हजार होगा। किसी भी MSME के लिए इसका कॉस्ट लेबर कॉस्ट से भी कम है। इसलिए इसकी कॉस्टिंग हमरे मार्केट में बिलकुल फिट बैठती है। छोटे MSME तक पहुँचने के लिए चैम्बर की बड़ी मदद मिली है। चैम्बर से जुड़े एसोसिएशन ने हमारे स्टार्टअप को आगे बढ़ाने की बात भी कही है।