होली के बाद सूरत कपड़ा बाजार में तेजी आई है। बड़ी संख्या में पार्सल शहर से बाहर भेजे जाते हैं। लेकिन ट्रकों की अनुपलब्धता के कारण ट्रांसपोर्ट गोदामों और बाजारों में 1500 ट्रकों की भीड़ लगी हुई है। ट्रांसपोर्टरों की हालत इस समय सबसे खराब है। एक तरफ परिवहन के गोदाम पार्सल से भरे पड़े हैं। वहीं दूसरी ओर किराये के ट्रक उपलब्ध नहीं हैं। मार्च खत्म होने के कारण टेक्सटाइल के अलावा अन्य सेक्टरों में किराए के ट्रकों की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है और इससे ट्रक के किराए में भी इजाफा हुआ है।

हर साल होली के बाद कपड़ा बाजार से माल की खेप काफी बढ़ जाती है। ऐसा हर साल होता है। सूरत डिस्ट्रिक्ट टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष युवराज देशले ने बताया कि इसका कारण होली के बाद शादियों का सीजन शुरू होना है। इसके अलावा होली के बाद शहर के बाहर के व्यापारी खरीदारी के लिए आते हैं। यूपी और बिहार सहित अन्य राज्यों के कई ट्रांसपोर्टरों ने होली के त्योहार के दौरान वाहनों की कमी के कारण अस्थायी पार्सल की बुकिंग बंद कर दी है। ट्रक नहीं मिलने से परिवहन गोदामों और व्यापारियों के गोदामों में पार्सल भर गए हैं।
ट्रंसपोर्ट एसोसिएशन की मीटिंग में डीजल के भाव में वृद्धि पर चिंता जताई गई थी। जिसके कारन ट्रांसपोर्ट चार्ज में वृद्धि की गई है। होली के बाद शादी का सीजन आने से व्यापारियों का बहार के माल की डिस्पैचिंग बढ़ जाती है जिससे तर्कको की भी डिमांड बढ़ जाती है। और ज्यादातर ड्राइवर होली के त्यौहार की वजह से गांव से लौटे नहीं होते। इसलिए ट्रको की कमी सामने आई है। जिससे व्यवारियो के पार्सेल्स अब भी गोदामों में भरे पड़े है।