कपड़ा उद्योग में टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड योजना के तहत कपड़ा उत्पादन के लिए नई मशीनरी या टेक्नोलॉजी स्थापित करने वाले निर्माताओं को केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली टफ सब्सिडी योजना समाप्त हो गई है। और विकल्प के रूप में TTDS नामक योजना के आने का कोई उल्लेख नहीं हुआ है। इसलिए सूरत में निर्माताओं ने नई मशीनरी टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन परियोजना पर ब्रेक लगा दिया है। जहां कई कारखाने मालिकों ने बैंकों से स्वीकृत लोन सरेंडर कर दिया है, वहीं ऐसी खबरें हैं कि कई निर्माताओं ने मशीनरी की डिलीवरी की तारीख को स्थगित कर दिया है।
बता दें कि पुरे देश में सूरत के टेक्सटाइल क्षेत्र में मशीनरी और टेक्नोलॉजी में सबसे अधिक निवेश किया जाता था क्यूंकि तूफ़ योजना के तहत कपडे के उत्पादन करती मशीनरिओ पर 20 फीसदी जितनी सब्सिडी मिलती थी। जो कि 31 मार्च से ये टफ योजना बंद हो कर नई TTDS योजना अमल में आने वाली थी। पर अभी तक केंद्र सरकार द्वारा अभी तक इस पर कोई नया अपडेट सामने नहीं आया है।

यह जानकर सूरत में नई मशीनरी, नई फैक्ट्रियों या तकनीक को अपग्रेड करने की चाहत रखने वाले कपड़ा निर्माताओं ने फरवरी से नई परियोजनाओं की फाइलें बंद कर दी थीं। केंद्र सरकार की TTDS योजना से अधिक लाभ पाने की उम्मीद में निर्माता अब दुविधा में हैं क्योंकि अप्रैल का महीना शुरू हो गया है लेकिन केंद्र सरकार ने टफ योजना को बंद करने के विकल्प के रूप में TTDS के किसी भी कार्यान्वयन की घोषणा नहीं की है।
इसी बारे में बताते हुए फियास्वी के अध्यक्ष भरत गाँधी ने कहा कि हमने फाइनेंस मिनिस्ट्री तक इस बारे में बात पहुँचाई है। टेक्सटाइल कमिश्नर और केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल को भी हमने इस समस्या से अवगत कराया है जिसका उन्होंने संज्ञान लिया है। अब देखते हैं कि कब तक नई TTDS स्कीम का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।