यूक्रेन (Ukraine) को लेकर पूर्वी यूरोप (Eastern Europe) में जारी संकट का असर अब चौतरफा देखने को मिल रहा है. शेयर बाजार से लेकर क्रूड तक की हालत खराब दिख रही है. तृतीय विश्वयुद्ध की तरफ संकेत करती हुई इस स्थिति से दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट का दौर चल रहा है. भारतीय बाजार में 2702 अंक गिरावट के साथ ही रूसी बाजार भी 50% डाउन रहा. तो अब ये सेवक उठ रहा है की भारतीय शेयर बजाकर की आएगी क्या स्थिति रहेगी और ये कब रिकवर होगा? इसी बारे में मेहता वेल्थ मैनेजमेंट के ओनर केयूर मेहता ने अपना मंतव्य व्यक्त किया है।
यूक्रेन रूस के युद्ध का असर मार्केट पर बुरा प्रभाव पड़ा है। और ये आगे भी ऐसा ही रहने का अनुमान है पर ये किस हद तक प्रभाव करेगा इसका आकलन अब भी लोग कर रहे है। मेरा मानना है की 2-4 दिनों में या हफ्ते भर में ऐसा कहा जाएगा की अब यूक्रेन रूस मामला ख़त्म हो चूका है। इसलिए ये बहुत शॉर्ट टर्म लिव है। पर इस समय गौर करने वाले बात ये है की लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर को एक बहुत बड़ा अवसर मिला है क्यूंकि कई बड़ी कम्पनीज़ के शेयर 20 से 25% नीचे गिर गए है।

मार्केट रिकवरी के बारे में बताते हुए केयूर मेहता ने कहा कि एक साल के बाद अगर कोई बड़ा नुकसान देखने को नहीं मिलता है तो मार्केट पॉजिटिव जा सकता है खासकर रिटर्न्स में। साथ ही अगर 1 वर्ष से ज्यादा की बात करे तो 3 से 5 वर्षों के बाद मार्केट काफि ऊँचा रहेगा। इसलिए ये बहुत बड़ा अवसर है लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए जिसके पास कैश है।

इम्पोर्ट एक्सपोर्ट से जुडी बात करें तो रूस और यूक्रेन से कारोबार कर रहे कम्पनीज़ के लिए विपरीत प्रभाव पड़ेगा। क्रूड ऑइल पर भी नेगेटिव सेंटीमेंट देखने को मिल रहे है और शायद ये आगे भी बढ़ेगा। 10 रूपए जितना लॉस अभी कम्पनीज़ सेह रही है जो की चुनाव के बाद आम नागरिक पर आना लाजमी है। औसतन अभी का जो समय है वो काफी बुरा प्रभाव डाल रहा है भारतीय शेयर बाजार पर, इसके बावजूद यही समय है की अच्छे स्टॉक्स में इन्वेस्ट करो जिससे आपको रिटर्न्स अच्छे मिले।